सद्गुरू गौहर शाही ने 1980 से उपदेश एवं शिक्षा देने का कार्य आरंभ किया।
आपका संदेश “ईश्वरप्रेम” (अल्लाह की मुहब्बत) को बहुत ख्याति प्राप्त हुई।
हर धर्म के लोग आपसे श्रद्धा और प्रेम करने लगे और अपनी-अपनी इबादतगाहों में गौहर शाही को
अभिभाषणों के लिये निमंत्रण देकर नामदान (हृदयभजन) प्राप्त करने लगे।
यह एक बहुत बड़ा चमत्कार (करामत) है जिसका इतिहास में सदृश (नज़ीर) नहीं मिलता कि
गौहर शाही
हर धर्म की इबादतगाह के स्टेज, मिंबर पर पहुँच जाते हैं, यूँ तो अगणित करामतें और
प्रोग्राम हैं लेकिन कुछ चुने हुए आपकी सांत्वना के लिये प्रस्तुत किये जा रहे हैं,
अवलोकन हों:
न्यूयार्क में क्रिश्चन कम्युनिटी के आमंत्रण पर दिनांक 2 अक्तूबर 1999 को सत्पुरूष गौहर शाही को होटल (न्यूयार्कर) में आध्यात्मिक लेक्चर के लिये आमंत्रित किया गया।



अमरीकी राज्य एरीजोना के शहर टक्सन के केंद्रीय चर्च
(GRACE ST. PAUL'S EPISCOPAL CHURCH)
में सत्पुरूष गौहर शाही ईसाइयों से अभिभाषण (ख़िताब) कर रहे हैं।


नीचे की तस्वीर, 11 अप्रेल 1996 के भव्य आध्यात्मिक संगोष्ठी मोचीगेट लाहोर की है
जिसमें अधिक्तर हनफी और शाफई मुस्लिम व्यक्ति उपस्थित हैं।


अमरीका में सद्गुरू गौहर शाही यूनिटेरियन यूनीवर्सल फेलोशिप प्रिस्कॉट, एरीजोना, यू० एस० ए०
July 1997, Unitarian Universal Fellowship, Prescott, Arizona, USA
साउथ अफ्रीका के शहर डर्बन में साईं बाबा के श्रद्धालुओं और अग्निपूजक हिंदुओं के मंदिर में सद्गुरू गौहर शाही का धर्मोपदेश।


नूर-ए-ईमान, इमाम बारगाह नाज़िमाबाद कराची में शीया वर्ग से ह० गौहर शाही का ख़िताब।
सद्गुरु गौहर शाही सिखों के झुरमुट में!

अमरीकी स्टेट एरीजोना के शहर फीनिक्स में गुरू नानक गुरूद्वारा आश्रम में सद्गुरू गौहर शाही सिखों को नामदान दे रहे हैं।
सान्फ्रानसिस्को में सिखों की सोसाइटी ने दि० 7 अक्तूबर 1999 को सद्गुरू गौहर शाही को ईश्वरप्रेम, के विषय पर धर्मोपदेश (ख़िताब) के लिये आमंत्रित किया और उनकी इस पत्रिका ने परमपूज्य गौहर शाही के आध्यात्मिक लाभ और शिक्षा के बारे में सिक्खों के लिये लेख छापा कि ईश्वर को पाने के लिये यह सच्चा और सरल मार्ग है इसे अपनाने की कोशिश की जाये।
नीचे प्रतीका की प्रतिछाया :

कोमंत्री प्रदेशी
पंजाबी भाषा गुरुमुखी के समाचार पत्र में सद्गुरु गौहर शाही से किए गए इंटरव्यू की एक प्रतिछाया।
सतपुरूष ह० रियाज़ अहमद गौहर शाही के इस्म ए ज़ात कॉन्फ्रेंस से अभिभाषण की एक झलक।

7 अक्टूबर 1996 में आयोजित होने वाली इस्म ए ज़ात कांफ्रेन्स की एक झलक जिसमें विभिन्न संगठनों के लोगों ने भाग लिया।

न्यूयॉर्क में ब्रूक्लीन की जामा मस्जिद तुर्क में हंबली और मालिकी मुस्लिम व्यक्तियों से सत्पुरूष गौहर शाही ख़िताब फरमा रहे हैं।
पुस्तक में पृष्ठ
68 - 75